Friday, April 3, 2020

लॉक डाउन और अवसर



लॉक डाउन और अवसर

सबसे पहले में आपको तमाशा मूवी का वो दृश्य याद करना चाहता हूँ जो ठीक मध्यांतर से पहले आता है जब वेद ( रणबीर कपूर), तारा ( दीपिका पादुकोण) को प्रपोज़ करता है।

तारा : जब से में कोर्सिका से वापस आयी हु ना, it’s like,  it’s like तुम मेरे साथ हो। समझ रहे हो? मुझे तुम्हारा नाम तक नहीं पता। कोई उम्मीद नहीं  है की में तुमसे फिर से मिलूंगी? मगर में तुम्हारे साथ हूँ यह पॉसिबल है? ऐसा फील करना? मुझे पहले मालूम नहीं था।
वेद : और फिर में मिल गया।
तारा : नहीं! मुझे मिला एक प्रोडक्ट मैनेजर जो एक शहर में रहता है, जो बहोत वेल behaved है, पोलाइट है, Decent है।
वेद : तो, तारा तो में हु एक प्रोडक्ट मैनेजर; में रहता हु एक शहर में में वो डॉन थोड़ी हु तारा, वो तो एक्टिंग थी ना वो में एक रोल प्ले कर रहा था; और यह में रियल में हूँ
तारा ; नहीं..।
वेद : नहीं का क्या मतलब?
तारा : तुम रियल में डॉन हो और इंटरपोल के अफसर और यहां तुम एक्टिंग कर रहे हो यह तुम रोल प्ले कर रहे हो, एक रेगुलर आदमी का रोल जो एक सेट पैटर्न पर चलता है, जो बगैर सोचे हुवे हर काम ऐसे ही करता है जैसे उसे करना चाहिए यह तुम नहीं हो वेद यह सब नकली है तुम तो नदी में मुँह दाल के पानी पीते हो यार, जानवर की तरह तुम तो पहाड़ो से बाते करते हो तुम वो हो वेद क्या हो गया है तुमको?

कोरोना वायरस से जो लॉक डाउन हुआ है, उससे  हम सब को एक सुवर्ण तक मिली हैउसने हमको एक ऐसे इंसान से मिलने का मौका दिया है जो था तो हमारे साथ लेकिन कभी हमने उसे महत्व दिया ही नहीं वो इंसान और कोई नहीं हम खुद है रोजींदी ज़िन्दगी में हम इतने उलझ गए थे की किसीको खुद के लिए वक़्त ही नहीं था हम सब में एक वेद है जो अलग अलग रोल प्ले करता रहता है जब की अंदर अंदर ही कोई जगह पे घुटन महसूस करता होगा हर एक इंसान में कोई एक बात तो होगी जो औरो से उसको अलग करती होगी लॉक डाउन में आपको यही चीज़ ढूंढनी है अपनी रुकी हुई सी ज़िन्दगी में फिर से आशा की ज्योत जला सकते हो 
तमाशा मूवी में भी ऐसा ही प्रस्तुत किया गया है हम रोजींदी ज़िन्दगी में कोई और है और अंदर से कोई और है वेद हम में से ही कोई एक है क्या आपने महसूस किया है की जब आप छुट्टियों में घूमने जाते हो तो आप के अंदर एक अलग प्रकार की ही एनर्जी होती है आप एक अलग इंसान बन गए होते हो क्यूंकि आपको अपनी मनपसंद चीज कर रहे होते हो हम कोई ना कोई रोल प्ले कर रहे होते है कोई मैनेजर का तो कोई सेल्स पर्सन का कोई अकाउंटेंट,  कोई  एग्जीक्यूटिव का तो कोई इंजीनियर का
इन दिनों आप एक एक दिन को यादगार बना सकते हो जरा सोचिये कब आपको अपने परिवार के साथ रहने का वक़्त मिला था? कब आपको अपने बारे में सोचने का वक़्त मिला था? कब आपने बच्चे के साथ में कोई गेम खेला था? कब आपने अपने माता पिता के साथ पुराणी बाते करके खूब मजे किये थे? कब आपने अपनी बीवी को काम में मदद की थी? कब आपने अपने घर पे  फुल फॅमिली पूरी मूवी देखि थी?
मुझे यहाँ पे ब्लफ्फ़मास्टर मूवी का बोमन ईरानी का खूबसूरत संवाद याद आता है जब वो अभिषेक बच्चन को (रॉय) को समझाता है
तुम्हे ऐसे कितने दिन याद है रॉय? तुम्हारी पहली जॉब? पहला सूट? पहली सैलरी? जब तुमने पहली बार एक लड़की को छूआ, पहली बार चूमा, जब पहली बार तुम्हारा दिल धड़का ? तीस साल की ज़िन्दगी में तुम्हे ऐसे कितने पल है जो तुम्हे याद है? , , , , १०, १५, ३०,.. ३० साल में सिर्फ ३०??? बाकी के दिन का क्या हुआ रॉय” ?
अब में आपको पूछता हूँ की आपको अभी तक के कितने दिन या पल याद है?
जबसे २३ मार्च से लॉक डाउन हुआ है, हम सबको यह सुवर्ण तक मिली है की हम अपने अंदर झांक कर देखे और एक एक पल को यादगार बनाये नयी नयी गेम्स खेले, रूबिक्स क्यूब को सॉल्व करे और बच्चो को सिखाये, पेंटिंग करे, स्टोरी लिखे, योगासन चालू करे, कुकिंग सीखे, नया सॉफ्टवेयर सीखे,  फिर से अपना बचपन जिए, फिर से सिखने की चाहत को पैदा किया जाए
हमारे इर्द गिर्द इतनी सारी नेगेटिविटी फैली है की हम अपने आप को हेल्पलेस महसूस करने लगते है और हां, आप अपने धर्मग्रंथ को पढे और उसमें लिखी बातें समजने की कोशीश करे। मुझे यकीन है ये आपकी आंतरीक शक्ति को जाग्रुत करेगा, एक उमदा मानवीय भावना को बढावा देगा।
जितने भी दिन हमें मिले है उसमें हमने हमारे ज्ञान में, हमारे स्किल्स में जो इज़ाफ़ा करेंगे वोही हमारी असली सक्सेस है वो पांच मिनट जो जनता कर्फ्यू में शाम पांच बजे को सबने एक साथ घंटनाद और तालिया बजा कर सब डॉक्टर्स, नर्सेज, पुलिसकर्मी और सभी सेवा कार्यो के साथ जुडी हुई आवाम के लिए बजाया था वो पल  मुझे ज़िन्दगी भर याद रहेगा आप को ??

दूसरा यादगार पल पांचवी अप्रैल को रात ९ बजे करने जा रहे है आप ऐसे कितने पल बनाने वाले हो? अगर अभी नहीं सोचा तो अभी भी देरी नहीं हुई है, इन दिनों आप अपना पसंदीदा कार्य करे और मुझे विश्वास है की हम सब एक पॉजिटिव भारत और विश्व बना सकते है

P.N. - सभी  पति के लिए यह  फील करने का मौका है की उनकी हाउसवाइफ पुरे दिन-भर घर में अकेले कैसे फील करती होगी उनकी भी अपनी ख्वाहिश होती है पर घर, पति, और बच्चो में अपना जीवन समर्पित कर देती है आप भी २१ दिन का हाउस-हस्बंड बन कर देखे तनाव भरी जिंदगी में आज कल पति-पत्नि के बिच जो मन – मुटाव हो रहे है, वो मन मुटाव कम होंगे और रिश्ते मधुर बन जाएंगे  - ये वादा रहा।

Tuesday, March 10, 2020

Movie Preview Angrezi Medium


Angrezi Medium : “इन साइड आइ एम वेरी इमोशनल, आउट साइड आइ एम वेरी हेपी।“


So many reasons to watch for this refreshing movie. Major reaaon is as everyone knows-  comeback of Irrfan Khan. Movie is sequel to sleeper hit Hindi Medium. Story moves from school to college. Story revolves around how far a father can go to fulfill his daughter's wish?
 Daughter's role is played by energetic Radhika Madan. Irrfan is one of those artists in the Bollywood who doesn't require any dialogues to act. His screen presence is enough for creating  emotions, humor, tragedy. He can act through his eyes. Dialogue delivery from him is  bonus for viewers. Unfortunately he got his credits after years of struggle. 
Movie contains huge star cast like Kareena Kapoor Khan, Ranveer Shorey,  Deepak Dobriyal, Dimple Kapadia, Pankaj Tripathi, Kiku Sharada and list is endless. Deepak Dobriyal will once again roll you from seat with his comic timings.
Directed by Homi, movie will be delight to watch for sizzling relationship chemistry between father and  daughter. Not only it will make you laugh but it will also leave you in tears. Box office result may  hit due to Exam and Corona season but it is going to be one time watch for sure just because of Power pack performer Irrfan.
Ratings - 4*


अंग्रेजी Medium
“इन साइड आइ एम वेरी इमोशनल, आउट साइड आइ एम वेरी हेपी।“ ये डाइलोग सुनकर – देखकर – महसूस कर आप भी हेप्पी  हो जायेंगे पाजी!
भैयाजी और मडमजी, अगर इस फिल्ल्म का ट्रेलर आपने ना देखा हो तो प्लीईईज्ज, आप को अपनी बैंक की कसम दे रहा हुं…इस फिल्म का ट्रेलर देख लिजिए।
होमी अडजानीया (बिइंग सायरस, कोकटेल, फाइंडींग फेनी) ये इस फिल्म को बडे ही मजेदार ढंग से निर्देशीत किया है ऐसा कम से कम ट्रेलर देख कर तो लग रहा है!
फिल्म की स्टार कास्ट जबरदस्त है। इरफान के साथ दिपक डोब्रीयाल, राधीका मदान, (पटाखा, मर्द को दर्द नहीं होता) , मनु रीषी चढ्ढा, डिंपल कपाडीया, करीना कपूर, पंकज त्रीपाठी, रणवीर शौरी, कीकु शारदा ….थक गया.. और भी कइ लोग है।
“भारतो को अंग्रेजो से आझाद होने में दोसो साल लगे थे, तु १८ तक तो रूक ही सकती है!” ऐसे चुटकीले डाइलोग सुन- देख कर ही मन मचल पडता है!
लंडन में पढने के बेटी के सपने को एक मिठाइवाला कैसे पूरा करेगा ये देखना तो बनता है।ऐसा नहीं है की सिर्फ कोमेडी डाइलोग्स और फनी मोमेंट्स ही होंगे पूरी फिल्म में, दिल को छू जाने वाली बातें भी ट्रेलर में दिखाइ गइ है। पढीए नीचे वाले डाइलोग को।
“आदमी का सपना तूट जाता है ना तो आदमी खतम हो जाता है!” – है ना टची डाइलोग?
फिल्म के तीनो गाने बेहतरीन है.. एक जिंदगी, नचन नु जि करदा और कुडी नु नचने दे!
“बस, आतनी अंग्रेजी आवे मने!” – इरफान खान का सहज अभिनय और डाइलोग डिलिवरी के आप कायल हो जायेंगे!
रेटींग़ः 4*

Sunday, February 16, 2020

MOVIE PREVIEW - Shubh Mangal Zyada Savdhan


शुभ मंगल ज्यादा सावधान! – सौ प्रतिशत प्यार (बबलु-बबलु) की कहानी!



“एक बात बताओ बेटा कि ये कब डीसाइड किया की ये बनोगे?”
ट्रेलर के इस फर्स्ट डाइलोग से ही समज जाओगे कि मूवी बबलु-बबलु (!) की प्रेम कहानी को उजागर करेगी!

शाहरुख – काजोल को टक्कर देने वाले निना गुप्ता – गजराज राओ की जोडी धमाल मचाने फिर से इस मुवी में आ रही है! टीवीएफ के मशहूर एक्टर जितेन्द्र कुमार जो दस साल पहले आयुष्मान को फेन के रुप में रिअल लाइफ में फोटो खिंचवाए थे, वो आज रिल लाइफ में प्रेमी बनकर पूरी फिलम बनवा रहे है!!!
और बोलीवुड के विराट कोहली, आयुष्मान खुराना हर तरह के किरदार निभा कर हर जोन्रा कि मुवी हिट करवा रहे है!
राइटर, डाइलोग राइटर, स्क्रीप्ट राइटर हितेश केवल्य ही इस फिल्म का निर्देशन भी कर रहे हैं।
गाने चार्ट बस्टर पे धूम मचा रहे हैं!
विषय शायद हर किसी को राझ न आये पर आयुष्मान अपनी पुरानी फिल्मे (विकि डोनर, शुभ मंगल सावधान और बधाइ हो) की तरह इसे आसानी से दर्शको को गुद्गुदाएंगे ऐसा विश्वास है!

“सुप्रिम कोर्ट जिन पटाखो पे बहस कर रही है ना, वो अपने आंगन में फूट रहे है!“

रेटींगः 3.5*


Shubh Mangal Zyada Savdhan:

A sequel to the hit movie Shubh Mangal Savdhan released in 2017 is about to discuss same sex relationship in a light hearted manner. 

Statcast is stellar with leading pair Ayushmann and  Jitendrakumar (TVF fame) with  Gajraj rao and Neena Gupta in supporting cast. We saw fantastic chemistry between Gajraj Rao and Neena in the Badhai Ho. This pair is really going to give a tough time to SRK - Kajol...
It's not that before Ayushmann, no one tried their hands on  offbeat movies (remember Rajeev Khandelwal &  Abhay Deol) but the kind of selection done by Ayushmann is not only offbeat but  it has mass appeal.

 Ayushmann has reached to the stage where people expects something differently and everytime he delivers it. Ayushmann is the  Sachin Tendulkar of Bollywood where he is hitting century on century and there is hardly any wrong shot selection. 

A dialogue by Ayushmann  from Dream girl is perfectly suitable on him - Maa banne ke alava kuch bhi kar sakta hai yeh Bandaa.

Why to discuss on the director and Music when u have such fantastic statcast who guarantees success.

MISS THIS MOVIE AT YOUR OWN RISK...
Rating - 3.5*
Success prediction- 90/10
Box office prediction  - Superhit

                                                                         
શુભ મંગલ જ્યાદા સાવધાન!

આ બબલુ-બબલુની લવ સ્ટોરી છે એ તો ટ્રેલરથી જ ખબર પડી જાય છે. પણ આ કડક વિષયને મનોરંજક અને સહજ બનાવવા બોલિવુડના વિરાટ કોહલિ, આયુષ્માન ખુરાનાએ જવાબદારી પોતાના ખભે લઈ લીધી છે.
ફિલ્લમમાં શાહરુખ-કાજોલને આંટી આપવા નિના ગુપ્તા- ગજરાજ રાઓની જોડી ધૂમ મચાવશે. ટીવીએફનો એક્ટર જિતેન્દ્ર કુમાર જ્યારે દસ વર્ષ પહેલાં આયુષ્માન સાથે એક ફેન તરીકે ફોટુ ખેંચાવતો હતો એ અત્યારે આખે આખી ફિલ્લ્મ ઉતારે છે.
રાઇટર – સ્ક્રીપ્ટ રાઇટર હિતેશ કેવલ્ય એ આ ફિલ્મનું નિર્દેશન કર્યું છે, ગીતો કમાલના છે.
“सुप्रिम कोर्ट जिन पटाखो पे बहस कर रही है ना, वो अपने आंगन में फूट रहे है!“જેવા સંવાદો સાથે સબળ અભિનય અને પટકથા હશે તેવી આશા આ ફિલ્મથી છે.

રેટીંગઃ3.5*

Sunday, January 26, 2020

Movie Preview Shikara


शिकाराः ध अनटोल्ड स्टोरी ओफ कश्मीरी पंडीत्स

‘हम आएंगे अपने वतन हाजी साहब…और यहीं पे दिल लगाएंगे, यहीं पे मरेंगे…और यहीं के पानी में हमारी राख बहाई जाएगी।’
ये सिर्फ डाइलोग नहीं, कश्मीरी पंडीतो की जिंदगी है जो शायद फिल्म “शिकारा” बयां कर पाये!
राहुल पंडीताः ये नाम शायद कुछ लोगोने सुना हो। ये जनाब पत्रकार है और बहुत अच्छे लेखक भी, लेकीन वह है कश्मीरी पंडीत जिन्होंने १९९०में हुए वो खौफनाक मंझर को देखा है।
उनकी किताब Our Moon has Blood Clots को पढीए तो पता लगे की क्या गुजरी है उन लोगो पर जो कभी इस धरती के स्वर्ग पे रहते थे, वहीं के निवासी थे सदीयो से!
विधु विनोद चोपरा (जो खुद कश्मीर के है) बेमिसाल डायरेक्टर है उन्होंने राहुल पंडीता के साथ मिलकर १९९० के उस घटनाक्रम पर फिल्म बनाने की हिंमत की। और मानना पडेगा की विधु विनोद चोपराजीने कश्मीर के ही दो कलाकार को लिड रोल में लिया है। आदील खान और शादिआ “शिव कुमार धर” और “शांति धर” के पात्र को कम से कम ट्रेलर में तो जी गये है।
फिल्म में बेकग्राउंड स्कोर ए. आर. रहमान का है।
भारत बिन सांप्रदायिक देश है. पर उसे बिन सांप्रदायिक रखने का दायित्व सिर्फ “हिन्दु” का नहीं है। सभी कोम के लोग भारत को मजबूती प्रदान करे और दूसरी कोम को सुख शांति से जिने दे। किसी से उसका मजहब या  धर्म छिनना इश्वर या अल्लाहने कभी नहीं कहा!
मूवी यकीनन बहुत बढीया होगी पर बोक्स ओफीस पर सुपरहीट नहीं होगी, क्योंकी हमे सिर्फ अच्छे काम करे उनके लिए तालीयां बजानी होती है, अच्छे काम करने से चूक जाते हैं।
रेटींगः ४*


SHIKARA :  The untold story of Kashmir Pandits.

On 19th January 2020, Kashmir saw its 30th painful years of Kashmiri Pandit exodus. 4 Lakh people were overnight refugee in their own country.  Nobody in the bollywood dare to highlight or showcase this sensitive issue on the screen. Kudos to Vidhu Vinod Chopra (born and grew in Srinagar) who took up untouched subject and brought in front of us.  He and his mother had to leave Kashmir during 1990 exodus of Kashmiri Pandits. 

Vidhu Vinod Chopra has gifted Bollywood with beautiful films like Parinda, Mission Kashmir and 1942 A Love story. In this movie, on screen couple Aadil Khan and Sadia hails from Kashmir and are cast in the movie to bring authenticity but real hero is going to be script and cinematography. Background score is by A R Rahman.  
Vidhu has entangled love story in the exodus background.. It will be interesting to see how he balances love story in horrifying background. Maniratnam is the master of such stories. Who can forget beautiful love story of Shekhar and Shaila Banu  during Bombay riots after Babri Masjid demolition in the movie BOMBAY. Not to forget his first installment ROJA and final installment Dil se  in Maniratnam’s  thematic trilogy.

Movie is not marketed well and hence it will face tough challenge to reach masses. Considering sensitive subject it will be real hard task for producers to get profit. But some movies are produced and directed for self-satisfaction and not for money oriented business. Shikara is one of them.

Rating : 3.5*
Success Ratio : 40/60
Box office prediction – below average.

શિકારાઃ  ધ અનટોલ્ડ સ્ટોરી ઓફ કશ્મીરી પંડીત્સ
‘हम आएंगे अपने वतन हाजी साहब…और यहीं पे दिल लगाएंगे, यहीं पे मरेंगे…और यहीं के पानी में हमारी राख बहाई जाएगी।’
આ ફક્ત “શિકારા” ફિલ્મનો સંવાદ નથી, પણ લાખો કાશ્મીરી પંડીતોની જિંદગી છે જે કદાચ “શિકારા” આપણને મહેસૂસ કરાવી શકે.
રાહુલ પંડીતા લગભગ મોટા ભાગના લોકો માટે અજાણ્યુ નામ હશે. તેઓ પત્રકાર અને ઉમદા લેખક છે. પણ તેઓ એ કશ્મીરી પંડીતોમાંના એક છે જેમણૅ ૧૯૯૦નો એ હ્ર્દય દ્રાવક કરપીંણ ખેલ જોયો હતો.  તેમના પુસ્તક “Our Moon has Blood Clots”ને વાંચો તો ખબર પડે કે ધરતી પરના સ્વર્ગના રહેવાસીઓ જે સદીઓથી ત્યાં રહેતા હતાં તેમના પર શું યાતનાઓ વિતી હતી.
વિધુ વિનોદ ચોપરા જેઓ ખુદ કશ્મીરી છે એમણે રાહુલ પંડીતા સાથે હાથ મિલાવી આ બહુ જ સંવેદનશીલ વિષય પર ફિલ્મ બનાવવાની હિંમત કરી છે. માનવું પડશે કે તેમણે બે કશ્મીરી એક્ટરને જ લીડ રોલ માટે પસંદ કર્યાં. આદિલ ખાન અને શાદિઆ “શિવ કુમાર ધર” અને “શાંતિ ધર” બન્યા છે. તેઓ ટ્રેલરમાં પોતાના રોલને જીવી ગયા હોય તેવું લાગે છે.
ફિલ્મનું બેક્ગ્રાઉંડ સંગીત એ.આર.રહેમાને આપ્યું છે.
ભારત એક બિનસાંપ્રદાયિક દેશ છે. પણ તેને બિન સાંપ્રદાયિક રાખવાની જવાબદારી ફક્ત “હિન્દુ”ઓની નથી. બધી જ કોમના લોકોએ ભારતને મજબૂતી પ્રદાન કરવી જોઈએ અને બીજી કોમને સુખ-શાંતિથી જીવવા દેવી જોઈએ. કોઈનાથી એનો મઝહબ કે ધર્મ છિનવવાનું ઇશ્વરે કે અલ્લાહએ ક્યારેય નથી કહ્યું!
ફિલ્મ ખરેખર જબરદસ્ત હશે પણ સુપરહિટ નહીં જાય, કારણકે આપણે સારી બાબતોને વધાવીએ છીએ પણ તેને કરવામાં મોળા પડીએ છીએ.
રેટીંગ – ૪*

Tuesday, January 21, 2020

MOVIE PREVIEW - PANGA


Panga - In our country, we need powerful director to portray women as a protagonist. Unfortunately hardly there are Male directors which I can recall. Recently many female directors have given women centric movies. PANGA is one of them directed by Ashwini Iyer Tiwari who earlier won best director award for her debut movie NIL BATTEY SANNATA which I still considered as one of the most underrated movie in the bollywood. She won best director for her second movie too ( Bareli ki Barfi). Panga revolves around Kangana who is now mother to a child and has shattered her dreams under social responsibility and family. She gets support from family to continue his passion of Kabbadi. There starts real challenge for her. At the age of 32, she has to compete with younger players who are far fitter and athletic. Will her comeback be as successful as her earlier career? Film promo shows minute detailings of day to day life of a middle class person and that is going to be strength of the movie. People would obviously connect themselves to the movie. Kangana's performance would be of top class and may she might walk away with many awards for her role of Jaya. Be ready for high level emotions, controlled drama, light hearted comedy and a wonderful movie PANGA.

Rating -4* 
Success prediction - 80/20 
Box office Prediction - Hit


અશ્વીની ઐય્યર તિવારી – નામ હી કાફી હૈ! કદાચ આ નામ પડશે એટલે લોકો એમની ફિલ્મ જોવાની રાહ જોશે એ તો નક્કી!

નિલ બટે સન્નાટાથી તેમણે સન્નાટો ચિરીને શરુઆત કરી અને પછી “બરેલી કી બર્ફી” જેવી મસ્ત મજાની મુવી આપી. આ વખતે ધાકડ કંગના રાણાવતને લઈને તેઓ એક જબરદસ્ત મુવી લઈને આવી ગયા છે. જો તમે ટ્રેલરના જોયું હોય તો હાલ જ જોઈ કાઢો.

એક કબડ્ડી પ્લેયરના રોલમાં કંગના એકદમ ફિટ લાગે છે. લગ્ન બાદ અને એક દિકરાની મા બન્યા બાદ, ફરીથી એ કબડ્ડીના મેદાનમાં “પંગો” લેવા ઉતરશે એટલે “જોવા જેવી” તો થશે જ. કંગનાના પતિના રોલમાં જસ્સી ગીલને જોવો ગમે એવો છે. યજ્ઞ ભસીનએ કંગનાના દીકરાનો રોલ કર્યો છે. આ સિવાય નિના ગુપ્તા અને રિચા ચડ્ઢા પણ જોવા મળશે. શંકર-એહસાન-લોયનું સંગીત છે.

તો જોઈ કાઢો પંગા આ વખતે.

રેટીંગઃ ૪*

MOVIE PREVIEW - STREET DANCER 3D


Director Remo is back with his core segment after giving back to back flops like The Flying Jatt and Race 3 (one of the greatest debacle in bollywood). Apart from Dance, Remo brings us angle of patriotism by showing Dance competition amongst India Vs Pakistan. India is led by Varun whereas Shraddha leads Pakistan. Both teams are supported by professional dancers like Dharmesh Sir, Puneet, Salmaan, Vartika and so on. Earlier movie was titled as ABCD-3 but due to exit of Disney, T series roped  in and ultimately name Street Dancer was finalized. Varun and Shraddha have shown their dancing talent in ABCD 2 which was liked by people. By adding flavour of patriotism and releasing on Republic day, Producers have already smelled success. I don't think there will be anything new to offer in terms of 3D but yes in dance moves and styles we will definitely see some extra ordinary performances. This will be a good one time watch family entertainer.

Rating - 2.5*

Success prediction - 70/30

Box office prediction - Hit

“ભોલી સુરત દિલ કે ખોટે…. નામ બડે ઔર દર્શન છોટે…દર્શન છોટે!” 
ભગવાન દાદા આ ગીત પર ડાંસ કરતા અને તેમના સ્ટેપ્સ ટ્રેડમાર્ક બન્યા. ત્યાર બાદ જિતેન્દ્રએ ડાન્સમાં પકડ જમાવી. મિથુન, ગોવીંદા, પ્રભુદેવા આ બધાં હિરો લોગના ડાન્સ જોવા લોકો ખાસ થિયેટરમાં જતા. હ્રિતીક અને ટાઇગર શ્રોફે પોતાના ડાંસ સ્ટેપથી લોકોને મંત્ર મુગ્ધ કર્યા છે.
હેલન, અરુણા ઇરાની, વૈજયંતી માલા, મુમતાઝ, રેખા, હેમા માલિની, શ્રીદેવી, માધુરી, મિનાક્ષી શેષાદ્રી, ઐશ્વર્યા રાય વગેરે નાયિકાઓએ બોલીવુડને પોતાના ડાંસથી જાણીતુ કર્યું છે.
પણ અત્યાર સુધી ડાન્સ આધારીત મુવી બનતી નહોતી. જાણીતા કોરીયોગ્રાફર રેમો ડિસુઝાએ ABCD મુવીથી ડાન્સ આધારીત મુવીની શરુઆત કરી. “સ્ટ્રીટ ડાન્સર” આ શ્રેણીની ત્રીજી મુવી છે જેમાં ટી – સીરીઝ પણ પ્રોડ્યુસર બન્યા છે.
અગાઉની ફિલ્મોની જેમ જ ધર્મેશ યેલાંડે, પુનીત શુક્લા, રાઘવ પોતાના ડાંસથી લોકોને મંત્રમુગ્ધ કરશે. વર્તીકા ઝા, સુશાંત ખત્રી, સુશાંત પુજારી, સલમાન, સનમ વગેરે જેવા રિયાલીટી ડાંસ શોના કલાકારો પણ આ મુવીમાં શામિલ છે.
પણ મુખ્ય કલાકારો છે વરૂણ ધવન, શ્રધ્ધા અને પ્રભુદેવા. ભારત – પાકિસ્તાનની ટીમ વચ્ચે થતી ડાંસની ટક્કર પરની થીમ લઈને રેમોએ મુવી બનાવી છે. સચીન – જિગરનું સંગીત હંમેશની જેમ મુવીને અનુરુપ છે.
ડાન્સના શોખીનોને આ મુવી નિરાશ નહીં કરે.
રેટીંગઃ ૩*

Saturday, January 11, 2020

Movie Preview Tanhaji – गढ आला पन सिंह गेला!


After a long long time Ajay Devgn and Saif are facing each other in an epic battle (who can forget  Omkara). Tanhaji is directed by Om Raut who debuted with his critically acclaimed as well as a successful Marathi movie. There are so many reasons to watch this movie. Ajay’s powerful performance especially through his eyes. Saif as an antagonist. Kajol is back.Dialogues by Prakash Kapadia (Devdas, Black, Bajirao Mastani) and never say die spirit of Marathas.
Background music seems engaging. 
Tanhaji is made on a large scale with budget of approx 150 Cr. It contains all essence to be Hit. 
Rating – 3.5*
Success prediction – 90/10
તાનાજી માલુસારે. શિવાજી મહારાજના આ વીર સેનાપતિને લોકો સિંહગઢના યુધ્ધથી જાણે છે. કોંઢાણાના કિલ્લાને ફતેહ કરવા એમણે જાનની બાજી લગાવી દીધેલી.
તાનાજીના કિરદારમાં અજય દેવગન ઓતપ્રોત છે એ કહેવામાં કોઈ અતિશયોક્તિ લાગતી નથી, જ્યારે ઉદયભાણના પાત્રમાં સૈફ અલી ખાન એટલો જ ખતરનાક લાગે છે. ફિલ્મના સેટ પણ ભવ્ય છે. ઓમ રાઉત આ ફિલ્મના નિર્દેશક છે અને બોલીવુડમાં કદમ માંડી રહ્યા છે. કાજોલને આ ફિલ્મમાં જોવી ગમશે. ફિલ્મનું સંગીત અને બેક ગ્રાઉન્ડ એકદમ જાનદાર છે. ૨૦૨૦ની આ સૌ પ્રથમ સુપર ડુપર હીટ ફિલ્મ હશે.
રેટીંગ – ૪*